हाली में बढ़ते टमाटर के दामो ने मध्वर्गी परिवार की कमर तोड़ थी। अब टमाटर को छोर लोगो ने लहसुन की खरीदारी जोर शोर से की है पिछले कुछ दिनों में। जानते है पूरी कहानी क्यों लहसुन के भाव बढ़ रहे है
क्यों लहसुन हो सकते है मंहगे
जन्म्शंख्या के साथ-साथ भारत के मंगहाई में आसान छु रही है। टमाटर की तरह अब लहसुन के दाम भी बढ़ रहे है। लहसुन के दम 170 रूपए किलो देखने को मिले वही पटना में 180 रूपए बिख रहा है लहसुन वही कोलकाता में 178 रूपए किलो बिक रहा है।
लहसुन के मंगाई देकते हुए बाकि जहा इसकी कला बाजारी बी शुरू हो गयी है! इसका मुख कारण है बरसात यही लहसुन मई जून में 60-70 रूपए किलो बिख रहा था। मध्य प्रदेश में किसानो से 5 से 8 रूपए में लहसुन खरीदे गये यह देकते हुए अन्य किसानो ने एशे सड़क पे फेकना उचित समजा।
आज वही मालामाल हो गये है! पिछले वर्ष कम रेट मिलने पर किसानो ने लहसुन की खेती कम कर दी थी!मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा लहसुन का उत्पाद होता है भारत में 62% से अधिक लहसुन मध्य प्रदेश से ही लाये जाते है। सप्लाई कम डिमांड ज्यादा होने के कारण भाव बढ़ रहे है। मध्य प्रदेश के बाद लहसुन का उत्पाद राजस्थान में 16% और उत्तर प्रदेश का 6% भारत के लिए सप्लाई करता है।
कब तक मिल सकती है राहत
अभी लहसुन को लेकर राहत मिलने मरे लगभग 2-3 महीने लग सकते है। क्युकी सरकार अभी टमाटर के उत्पाद को लेकर काम कर रही है एशे में लहसुन की डिमांड पूरी करने में थोरा समय लग जायेगा। सरकार जल्दी ही लहसुन के सप्लाई को लेकर राजस्थान जसे कही राज्य में इसको उत्पाद को लेकर जल्द ही कम कर सकती है।