Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: 12 दिन का इंतजार खत्म होने वाला है | Tunnel Accident

नमस्ते, Uttarkashi Tunnel बचाव ऑपरेशन” में जो 12 दिनों से जारी सत्र है, वह एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है जिसमें सुरक्षा की कठिनाईयों का सामना किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह की नेतृत्व में यह ऑपरेशन संचालित हो रहा है, जिनका निरंतर मॉनिटरिंग हो रहा है और सड़क परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर एक समृद्ध दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा रहा है।

इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के विकसनों के बीच,Dinesh bajaj लेकर आ रहे हैं एक विवेचनात्मक अवलोकन, जिसमें Uttarkashi Tunnel बचाव ऑपरेशन की चर्चा की जाएगी।

इस परिचय में, हम इस निर्वाचित मिशन में शामिल होने वाले व्यक्तियों और जटिल विवरणों की रोशनी में सभी बातें समझेंगे, और इसमें आपका योगदान भी शामिल होगा, दिनेश बजाज के नाम में।

साथ ही हमने तस्वीर दिखाई कि यहां पर आपको केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मंत्री आपको नजर आ रहे हैं जनरल वीके सिंह जनरल वीके सिंह अ राज्य मंत्री है सड़क परिवहन मंत्रालय में और वह लगातार इस पूरे ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं जिस तरह से वह आते हैं किस तरह से काम हो रहा है।

उसकी जानकारी लेते हैं और साथ ही किन-किन चीजों की जरूरत है उसको भी लगातार जो मंत्रालय है पहुंचा रही है यहां पर ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई दिक्कत ना आए कोई मशीन हो या फिर कोई ट्रांसपोर्टेशन की दिक्कत है कोई एक्सपर्ट की जरूरत है वो भी लगातार देखा जा रहा है और जनरल वीके सिंह पहुंचे हैं।

यहां पर कि आखिरी लहो में किस तरह से काम चल रहा है और यह बहुत ही क्रुशल टाइम है इस टाइम पे धीरे-धीरे काम को आगे बढ़ाकर अचीव करना है जो पिछले 12 दिन से कोशिश हो रही थी और 12 तारीख को जब Uttarkashi Tunnel में फंस गए थे।

मजदूर उसके बाद से ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ था कई सारे कोशिशें की गई किस तरह से आखिरकार मजदूरों को रेस्क्यू किया जाए कुछ दिन बाद ही जनरल वीके सिंह भी मौके पर पहुंचे थे पीय में भी लगातार यहां पर नजर बनाया हुए था।

प्रधानमंत्री मोदी लगातार बातचीत करके सीएम से भी इस बारे में जानकारी ले रहे थे बहला एक बार फिर से चलते हैं ग्राउंड जीरो पर जहां पर Uttarkashi Tunnel मनीष प्रसाद मौजूद है मनीष जो मजदूरों ने बात कही उनका तो यह कहना है कि जो दिक्कत आई थी उसको पूरा कर दिया लेकिन एक जो दूसरे उसमें कर्मचारी थे उनका कहना है कि थोड़ा वक्त और ज्यादा लग जाएगा आपके जो सूत्र हैं या फिर आपकी जिनसे बात हुई है।

इंजीनियर से वो क्या बताते हैं देखिए पहले तो हम आपको बता दें कि आपने जिनकी बात सुनी वोह ट्रेंचलेस कंपनी जो कि अमेरिकन ऑगर मशीन जिनकी यहां पर आई है और वो उन्हीं के एक्सपर्ट्स की टीम यहां पर मौजूद है जो कि अमेरिकन ऑगर मशीन जो कि एक बहुत ही ट्राइड एंड टेस्टेड मशीन है।

उसको ठीक करने के लिए यहां पर बुलाया गया है ताकि वो सुचारू रूप से चल सके पहली बात दूसरी बात आपने जो सुना वो 45 मीटर की बात कर रहे हैं Uttarkashi Tunnelदरअसल ये एक 6 मीटर की एक पाइप है जो कि कुल मिलाकर 37 इंची पाइप है जिसे 800 मिमी डायमीटर की पाइप कहते हैं।

अब दरअसल यही जो हमारे पास ऑफिशियल रिकॉर्ड है उसके मुताबिक करीबन कुल मिला के आठ पाइप्स को अंदर डाल दिया गया है जिसमें 3 मीटर का जो पाइप का हिस्सा है व बाहर की तरफ है जिसके जरिए NDRF के जितने भी ऑफिशल्स हैं।

जो कि गैस कटर उसके अलावा Uttarkashi Tunnelमास्क लगा के ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर अंदर की तरफ गए थे जो हम आपको तस्वीरें भी दिखा रहे हैं दरअसल वो अंदर जाने के बाद वहां पे उन्होंने कटिंग की तो अब जो नौवा पाइप है उसको अंदर डालने का इंसर्ट करने का सिलसिला शुरू है ताकि वो जो आखिरी चंक है।

45 से लेकर 57 मीटर तक Uttarkashi Tunnel क्योंकि ये जो मलवा है अमित कुल मिलाकर 57 मीटर का लगभग का है और 12 मीटर का जो ये पूरा एरिया है वो अब देखिए NDRF के जवान है मनी आपसे हम आगे भी आकर समझेंगे जैसा कि आप बता रहे हैं कि NDRF भी किस तरह तैयारी कर रही है

Uttarkashi Tunnel :

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