Abhinav Singh Success Story: माइक्रोसॉफ्ट नौकरी से इनकार, नए फ्लॉवर स्टार्टअप का Startup किया

Abhinav Singh Success Story: उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव चिलबिला, आजमगढ़ से शुरू होती है। वह ने दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक, अर्थात् माइक्रोसॉफ्ट, में नौकरी करने तक पहुंचा और फिर अपने देश में लौटकर फूलों की खेती शुरू की। अभिनव सिंह की यह सफलता की कहानी निश्चित रूप से प्रेरणादायक है।

Abhinav Singh Success Story: माइक्रोसॉफ्ट से घर वापसी ने शुरू की

2014 में अभिनव सिंह भारत में वापस लौटे। लेकिन इस बार, उन्होंने खाली हाथ नहीं बल्कि बहुत सारा ज्ञान और विशेषज्ञता के साथ लौटने का निर्णय किया था, जो उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट जैसी एक बड़ी टेक कम्पनी में काम करके प्राप्त किया था। विदेश से भारत लौटने के बाद, उन्होंने कुछ समय के लिए माइक्रोसॉफ्ट गुड़गांव में काम किया। हालांकि, कॉर्पोरेट दुनिया की बड़ी सैलरी और आराम उन्हें नहीं रोक सके, क्योंकि उनके अंदर एक ऐसी भूख थी, जो खुद के दम पर कुछ अद्वितीय करने की इच्छा को बढ़ावा दे रही थी।

फिर, उन्होंने एक ऐसा मार्ग चुना जिससे उन्हें खुद को काम से खुशी मिलती, साथ ही उनके साथी लोगों के जीवन पर भी वह अपने काम के माध्यम से प्रभाव डाल सकते थे। इसके बाद, उनकी नई स्टार्टअप की शुरुआत होती है।

Abhinav Singh Success Story में एक ट्विस्ट: उनकी शुरुआत जड़बेरा फार्मिंग से हुई।

2016 में अभिनव ने खुद पर विश्वास करते हुए अपने खानदानी जमीन पर जड़बेरा फार्मिंग करने का निर्णय लिया। जब आजकल के युवा अपने माता-पिता की पुरानी ज़मीनों को बेचकर बाहर जा रहे हैं, वहीं अभिनव ने कुछ नया करके एक उदाहरण स्थापित किया। अपने स्थानीय किसानों की मदद करने के उद्देश्य से, उन्होंने ₹58,16,000 रुपए लगाकर एक 4,000 स्क्वेयर मीटर के पॉलीहाउस की नींव रख ली।

इस बड़े राशि को देखकर किसी को डर भी हो सकता है, क्योंकि इसे बैंक से ऋण लेकर स्थापित किया गया था। इसमें बहुत जोखिम था, लेकिन इसके बावजूद, अभिनव सिंह की निर्धारित इरादे और भी मजबूत थे।

Abhinav Singh Success Story: फूलों का मौसम ने लाया इन्कम का सफर

फरवरी 2021 में, अभिनव के जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ, क्योंकि जरबेरा की खेती ने उनके मेहनती प्रयासों को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाया। इससे साथ ही, एक उम्मीद से भरी यात्रा की शुरुआत हो गई। एक साइड परियोजना के रूप में शुरू हुआ एक आइडिया ने एक सफल व्यापार का संचार बना दिया था। उस व्यापार से अभिनव की मासिक कमाई इस समय 1.5 लाख रुपए तक पहुंच चुकी थी।

अभिनव ने अपने खेत में नए-नए फूल उगाए थे, जिससे उन्होंने अपने आस-पास के गरीब, खेती बढ़ाने वाले लोगों के लिए रोजगार का स्रोत बनाया। अभिनव ने 100 से भी अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया। जहां बड़ी स्टार्टअप और कंपनियां लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं, वहां अभिनव सिंह जैसे युवा ने अपनी मेहनत और समर्पण से अपनी और दूसरों की ग्रोथ का सुंदर कारण बनाया है।

अभिनव सिंह: कमाई के नहीं, इम्पैक्ट डालने का मकसद है

अभिनव सिंह की सफलता को यदि हम केवल आर्थिक संख्याओं से मापें, तो यह पूरी तरह गलत होगा। क्योंकि उनकी सबसे बड़ी सफलता उनके उत्कृष्ट कार्य से आती है, जिससे वह दूसरों के जीवन में कैसे परिवर्तन लाते हैं। इसका उदाहरण जरबेरा फार्मिंग बिजनेस है, जो गाँव क्षेत्र में स्थित है।

इसका मतलब यह नहीं है कि उसकी सफलता केवल उसकी कंपनी से ही सीमित है, बल्कि उसके द्वारा आरंभ की गई इस व्यापार ने पूरे गाँव के विकास को बढ़ावा दिया है। अब अभिनव ने इस कार्य को सिर्फ अपने गाँव तक ही सीमित नहीं रखना चाहा है, बल्कि उसका उद्देश्य है इसे आजू बाजू के गाँवों और शहरों तक पहुंचाना।

Abhinav Singh Success Story: व्यापार करने के लिए प्रेरणा देगी

जहां हर कोई अपने गाँव की ज़मीनें बेचकर मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों की ओर बढ़ रहा है, वहीं अधिकांश आज के नौजवान हैं। लेकिन अगर आप अभिनव सिंह की कहानी को समझें, तो एक बात स्पष्ट होती है – यदि आप बड़ी नौकरी करते हैं, काम को सीखते हैं, लेकिन आपके मन में कोई ऐसा आइडिया है जिसे आप एक सफल व्यापार में बदल सकते हैं, तो तुरंत उस पर रिस्क लें।

खेती में बहुत सारा पसीना बहाना, सफलता के लिए संघर्ष करना, यही मन में टेंशन उत्पन्न कर सकता है। लेकिन यदि आप अपनी पैशन को सही दिशा में ले जाते हैं, तो खेती में भी एक सफल व्यापार बन सकता है – यह अभिनव ने अपनी कहानी से साबित कर दिया है।

Abhinav Singh देते है लोकल फार्मिंग को बढ़ावा

अब सबसे बड़ा लक्ष्य अभिनव सिंह का यह है कि वह कैसे लोकल फार्मिंग को बढ़ावा दे सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि आपको बस फूल की खेती करनी चाहिए। जहाँ भी जाएं, लेकिन अपने गाँव के विकास में योगदान दें। अभिनव का मानना ​​है कि वह उस खुशी को महसूस करता है जब वह अपने गाँव को बड़ा होते और विकसित होते हुए देखता है, जो उसको किसी भी कॉरपोरेट जीवन से मिलने वाली आनंद से अधिक है।

कॉरपोरेट जीवन में विलक्षण और शानदार लाइफ हो सकती है, लेकिन उसमें काम करने की मजबूरी, बॉस की आदतों का सामना, जो जैसा चाहे वैसा करने की आदत, यह सब स्वतंत्रता को सीमित करता है। चाहे आपको बड़ी नौकरी और टेंशन चाहिए हों या फिर आप अपने पैशन का पालन करके एक सफल व्यापार शुरू करना चाहें, उसमें इनकम की कमी हो सकती है, लेकिन आपको आनंद मिलेगा।

अभिनव सिंह की सफलता की कहानी एक बड़ी आईटी कंपनी की नौकरी से लेकर खुद का व्यापार शुरू करने के आत्मविश्वास और रिस्क की है। अभिनव सिंह हमें इन्स्पायर करते हैं कि अपने अंदर की आवाज को सुनें। पैसा कम मिल सकता है, लेकिन आपको अपने पैशन को फॉलो करके अपने मनपसंद काम करके मिलेगी उसमें ही खुशी है जिसे हम नहीं गिन सकते। अगर आपके पास कोई आईडिया है, तो उस पर तुरंत क्रियावली करें और अपने सपनों को हकीकत में बदलें।

AttributeDetails
NameAbhinav Singh
BackgroundFormer job at Microsoft in England
Career ChangeReturned to India in 2015, shifted from tech to agriculture
VentureGerbera flower farming with a focus on polyhouse cultivation
InvestmentInvested Rs 58 lakh, received a government subsidy
Start DateBegan planting gerberas in October 2020
First SalesStarted selling flowers in February 2021
Current OutputSells around 2,000 flowers daily
Monthly EarningsEarns Rs 1.5 lakh monthly
Community ImpactEmploys nearly 100 people from his village
Employee TestimonialKusum Devi, one of the workers, expresses gratitude for the job
MotivationHappiness derived from generating livelihood and community impact
Future PlansDreams of expanding the flower farm and promoting farming tourism
PhilosophyValues community impact and unique contribution over monetary gain

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